जो कर्ता में अकर्ता, और अकर्ता में कर्ता को देखता है। वही देखता है।
गीता के एक श्लोक पर आधारित है यह| गीता के इसी श्लोक पर ‘अंधे और लंगड़े’ की कहानी आधारित है। यही हिंदू धर्म के अनुसंधान की खूबी है कि सब गूढ़ रहस्य की बातेंकहानियों के माध्यम से प्रचलित कर दी गयीं। और वे सब द्विअर्थी बनायी गयीं । एक अर्थ में सांसारिक जीवन के लिए उपयोगी औरदूसरे अर्थ में आध्यात्मिक जीवन के लिए भी उपयोगी। सहज ही सिर झुक जाता है उन रहस्यदर्शियों के प्रति।धर्म के फल लगें और पकें ऐसा पेड़ लगाने जैसा काम करगए । पीढ़ियाँ आती रहेंगी और फल खाती रहेंगी। असली के ब्राह्मण